ब्लॉग कहाँ हैं?Where are the blogs?

ब्लॉग कहाँ हैं?Where are the blogs?

By- Kishor Mallick


Blog, Blogging, Blogger आदि शब्द खूब सुनने को मिलते है. इन शब्दों के ऊपर अखबारों, मैगजीन्स और इंटरनेट पर सैकड़ों आर्टिकल लिखे जा चुके है. और लिखे जा रहे है.

क्या आपने कभी सोचा है ये ब्लॉग क्या है? ब्लॉगिंग़ क्या होती है – What is blogging in hindi? क्या आपके मन भी ये सवाल आतें है?

यदि आप भी ब्लॉग और ब्लॉगिंग के बारे में जानना चाहते है तो ये लेख आपके लिए ही है. क्योंकि इस लेख में मैं ब्लॉग एवं ब्लॉगिंग के बारे में पूरी जानकारी दे रहा हूँ. अध्ययन की सुविधा के लिए इस लेख को निम्न भागों  में बांटा है.

Table of Content

1. ब्लॉग क्या है?
2. ब्लॉग का इतिहास
3. ब्लॉग के विभिन्न प्रकार
4. खुद का ब्लॉग कैसे बनाये?
5. ब्लॉग़ बनाने के फायदें
6. बेस्ट ब्लॉग प्लैटफॉर्म्स
7. ब्लॉग़ से जुडी हुई शब्दावली
9. आपने क्या सीखा?

ब्लॉग क्या  है ?Where are the blogs?

इस सवाल का जवाब देने से पहले से मैं आपको ब्लॉगिंग इंडस्ट्री में प्रसिद्ध कुछ ब्लॉग परिभाषाओं के बारे में बताना चाहुँगा.

“वेबलॉग टेक्स्ट, इमेज्स, मीडिया और डेटा का पदानुक्रम है, कालानुक्रम रूप में व्यवस्थित किया गया है, जिसे एक एचटीएमएल ब्राउजर द्वारा देखा जा सकता है.”

“व्यक्तिगत विचारों तथा वेब लिंक्स का लगातार कालानुक्रमिक प्रकाशन ही ब्लॉग है.”

“एक ब्लॉग मूल रूप से एक पत्रिका है जो वेब पर उपलब्ध है. ब्लॉग़ को अपडेट करने की गतिविधि ‘ब्लॉगिंग’ है और जो ब्लॉग रखता है वह ‘ब्लॉगर’ है.”


“ब्लॉग़ मानव गाईड के साथ, जिसे आप जानते है, एक सतत यात्रा है. चुनने के लिए बहुत सारे गाईड है, प्रत्येक अपना पाठकवर्ग निर्मित करता है, वेबलॉग चलाने वालों के बीच मित्रता और राजनीति भी होती है, और वे एक-दूसरे को संरचनाओं, ग्राफ्स तथा लूप्स द्वरा इंगित भी करते है.”

“एक ब्लॉग मूल रूप से एक पत्रिका है जो वेब पर मौजूद है. ब्लॉग अपडेट करने का काम ‘ब्लॉगिंग’ कहलाता है और जिसके पास ब्लॉग़ है वह ‘ब्लॉगर’ कहलाता है. ब्लॉग सॉफ्टवेयर की मदद से आमतौर पर रोजाना अपडेट होते है जो तकनीक के कम जानकार और बिना तकनीकि पृष्ठभूमि वाले लोगों को इसे अपडेट और संभालने मे मदद करता है. ब्लॉग़ पोस्ट को हमें शा कालानुक्रमित क्रम में व्यवस्थित किया जाता है जिसमें हालिया पोस्टिंग सबसे ऊपर प्रकट होती है.”

“ब्लॉग़ एक वेबसाईट है जिस पर आइटम्स नियमित पोस्ट किए जाते है और जो उल्टे कालानुक्रमित क्रम में प्रदर्शित होते है. ब्लॉग शब्द वेबलॉग़ अथवा वेब लॉग का संक्षिप्त रूप है. ब्लॉग़ लिखना, ब्लॉग संभालना अथवा मौजूदा ब्लॉग में एक लेख जोड़ना ‘ब्लॉगिंग’ कहलाता है. ब्लॉग पर अकेला लेख ‘ब्लॉग पोस्ट्स,’ ‘पोस्ट्स,’ ‘प्रविष्टियां’ कहलाती है. जो व्यक्ति इन प्रविष्टियों को प्रकाशित करता है उसे ‘ब्लॉगर’ कहते है. एक ब्लॉग़ में टेक्स्ट, हाइपरटेक्स्ट, इमेज्स और लिंक्स (दूसरे वेबपेजों, विडियों, ओडियों तथा अन्य फाईलों के लिए) शामिल है. ब्लॉग़ों पर दस्तावेजीकरण संवादी शैली में होता है. अक्सर ब्लॉग्स का ध्यान किसी “विषय-विशेष’ पर रहता है. जैसे वाशिंगटन डी. सी. की राजनीतिक चालें. कुछ ब्लॉग व्यक्तिगत अनुभवों पर चर्चा करते है.”

“ब्लॉग एक प्रकार की वेबसाईट है जिसे आमतौर पर कालानुक्रम में व्यवस्थित किया जाता है हालिया पोस्ट (अथवा प्रविष्टियां) ऊपर तथा पुरानी पोस्ट नीचे रहती है.”

स्रोत: प्रोब्लॉग़र डॉट कॉम

ब्लॉग़ की परिभाषाओं को पढ़कर आपको अब ब्लॉग का अर्थ (Blog Meaning in Hindi) समझ आ गया होगा. आइए, अब हम अपना विचार भी ब्लॉग़ के बारे में बताते है. और आपको समझने में मदद करते है कि आखिर ये ब्लॉग़ क्या होता है?

ब्लॉग़ की परिभाषा (Blog Definition in Hindi),

“ब्लॉग एक प्रकार की वेबसाईट है जिसे उल्टे कालानुक्रम में व्यवस्थित किया जाता है यानि पूराने पेज व पोस्ट नीचे होते है और हालिया प्रकाशित पोस्ट व पेज सबसे ऊपर प्रदर्शित होते है. ब्लॉग़ को अकेला व्यक्ति अथवा समूह द्वारा लिखा जा सकता है. इस पर ब्लॉगर किसी विषय-विशेष पर अपनी राय प्रकाशित करते है. व्यक्तिगत अनुभव शेयर करने के मामले में ब्लॉग़ एक ऑनलाईन डायरी है.”

ब्लॉग़ शब्द ‘Weblog’ और ‘Web Log’ का संक्षिप्त रुप है. जहाँ पर लोग ऑनलाईन अपने व्यक्तिगत विचार किसी विषय-विशेष पर प्रकाशित करते है. यह जानकारी प्राईवेट भी रखी जाती है और कुछ इसे सार्वजनिक भी कर देते है. जिसे पूरी दुनिया सोशल मीडिया, सर्च इंजन्स, ई-मेल, न्यूजलेटर आदि साधनों की मदद से एक्सेस कर पाती है.

एक ब्लॉग पोस्ट में टेक्स्ट के अलावा ग्राफिक्स, फोटू, ओडियो, विडियो, जिफ्स आदि प्रकार का डेटा हो सकता है.

ब्लॉग वेबसाईट पर्सनल ऑनलाईन डायरी से आगे निकलकर वर्तमान में मार्केटिंग का टूल बन गया है. बिजनेसेस अपने प्रोडक्ट की जानकारी, युजर एंगेजमेंट्स, लीड्स जनरेट करना, टेस्टीमॉनियल्स, रिव्यु, वेबसाईट ट्रैफिक आदि कामों के लिए इसे खूब इस्तेमाल कर रहे है.

ब्लॉगिंग को लोग फुल टाईम करियर (Blogging as Full Time Career) बना रहे है और बिना बॉस के लाईफ जी रहे है. ब्लॉगिंग ने लोगों को आजादी दी है, जिसकी चाह हर इंसान करता है.
एक ब्लॉग युजर को कई अतिरिक्त फीचर उपलब्ध करवाता है, इनके कारण ब्लॉग की लोकप्रियता साबित हुई है.

Archive

ऊपर बताया गया कि ब्लॉग़ कालानुक्रम में प्रविष्टियों का क्रम निर्धारित करते है. जिसके कारण नई प्रविष्टियां सबसे ऊपर दिखाई देती है और पुरानी प्रविष्टियां नीचे सरकती जाती है. इस व्यवस्था से नये पोस्ट्स तो पाठकों को दिखाई दे जाते है मगर पुरानी पोस्ट्स उन्हे नहीं दिखती. वे सोचते है कि इस ब्लॉग़ पर इतनी ही पोस्ट्स लिखी गई है.

मगर, ठेहरो! आप गलत है. ब्लॉग्स पोस्ट्स जितने बाहर दिखाई देते है उससे कहीं ज्यादा वे अंदर छिपे रहते है. अर्थात उनका सबसे ज्यादा कंटेट छिपा रहता है. जिसे आप कुछ सामान्य से स्टेप्स द्वारा प्राप्त कर सकते है. और यह सुविधा ब्लॉग खुद अपने पाठकों को उपलब्ध करवाता है.


प्रत्येक ब्लॉग़ के साईडबार में कुछ विकल्प दिए होते है (ब्लॉगिंग की भाषा में इसे साईडमेनु कहते है‌) यहाँ पर Archive नाम का फीचर होता है. जिसके ऊपर क्लिक करके पुरानी पोस्ट्स और पेजों को देखा जा सकता है. क्योंकि यहाँ पर समय और दिनांक के अनुसार प्रविष्टियों को संभालकर रखा जाता है. आप जिस दिन, महिना, साल की पोस्ट पढ़ना चाहते है, उस महिना, साल और दिन पर क्लिक कीजिए आपके सामने पोस्ट हाजिर है.

Comments

यदि आप ब्लॉगर (लेखक) से कुछ पूछना चाहते है, बताना चाहते है, आलोचना करना चाहते है, सुझाव देना चाहते है या कोई भी विचार जो आपके दिमाग में कूद रहा है उसे कमेंट्स फीचर के द्वारा ब्लॉगर को अवगत करा सकते है.

ब्लॉग़ में यह फीचर पोस्ट और पेज के नीचे पाया जाता है. जो एक एचटीएमएल फॉर्म रूप में होता है. इस फॉर्म में मांगी गई जानकारी भरकर आप कमेंट प्रकाशित कर देते है. आपका कमेंट एडमिन के पास चला जाता है. एडमिन उसे पढ़कर जवाब दे देता है. यह फीचर कुछ ऑनलाईन चैंटिग की तरह ही कार्य करता है. मगर इसके ऊपर ब्लॉग एडमिन का पूरा नियंत्रण रहता है.

कमेंट्स के द्वारा पाठक ब्लॉगर से खुद को जुडा हुआ महसूस करते है जिससे ब्लॉग और पाठकों का रिश्ता गहरा और मजबूत बनता है. इसलिए लोग ब्लॉग़ पढ़ना ज्यादा पसंद करते है.

Categories

यह विकल्प भी साईडबार या फिर मेनुबार में दिया जाता है. इसके द्वारा आप किसी ‘टॉपिक विशेष’ पर ब्लॉगर द्वारा प्रकाशित पोस्ट्स ढू‌ढ़ सकते है. जैसे; एक ब्लॉग पर कई अलग-अलग विषयों पर जानकारी दी जाती है मगर आपको केवल साहित्य पसंद है. तो आप कैटेगरी में जाकर साहित्य का चुनाव करके केवल साहित्य पर प्रकाशित पोस्ट्स खोज सकते है.

अब आप अच्छी तरह जान गए कि एक ब्लॉग क्या होता है. लेकिन क्या आप जानते है ब्लॉग शब्द को ब्लॉग बनने के लिए कितने सालों का इंतजार करना पड़ा और ये शब्द कैसे बना?
इन सवालों का जवाब हमें मिलेगा ब्लॉगिंग का इतिहास पढ़ने के बाद.

ब्लॉग़ का इतिहास – Blog History in Hindi?

Blogging के शुरुआती दिनों में ब्लॉग शब्द का प्रचलन नहीं था. जब 1994 में माननीय ‘Justing Hall’ ने दुनिया का पहला ब्लॉग Links.net बनाया था, जो Swarthmore College के छात्र थे, उस समय इस ब्लॉग शब्द का जन्म नहीं हुआ था.

पहली बार 1997 में ‘Weblog’ शब्द माननीय ‘John Barger’ ने गढ़ा जो Robot Wisdom के लेखक है. मगर, असली शब्द जिसे आज हम इस्तेमाल करते है – Blog, माननीय ‘Peter Merholz’ द्वारा 1999 में Weblog को छोटा करके ‘Blog’ गढ़ा गया.

इसके बाद इसी शब्द को आधार बनाकर “Blogger.com” को बनाया गया जो, असल में Pyra Labs द्वारा विकसित ब्लॉगिंग टूल था. वर्तमान में इसका स्वामित्व गूगल के पास है.

यहीं से ब्लॉगिंग यात्रा सुखद हुई और ब्लॉग्स कि बरसात होना शुरु हो गई, क्योंकि अब ब्लॉग लिखने के लिए आपको प्रोग्रामिंग सीखने की जरूरत नहीं रह गई थी. यह सारा काम “Blogger” कर रहा था. जो आज भी कर रहा है.

Blogger की कामयाबी से प्रभावित होकर एक नया ऑपन सॉर्स ब्लॉगिंग टूल “WordPress” का पहला संस्करण पेश किया गया. जिसे खूब सराहा गया. और आज दुनिया की एक तिहाई से भी ज्यादा ब्लॉग एवं वेबसाईट वर्डप्रेस का इस्तेमाल गर्व से कर रही है.

क्या आप जानते है?

अमित अग्रवाल जी पहले भारतीय माने जाते है जिन्होने ब्लॉगिंग कि शुरुआत की थी. और आज ये ब्लॉगिंग से ही अपनी जीविका चला रहे है. इनकी साईट Labnol.org पर आप अमित अग्रवाल के बारे में और अधिक जानकारी ले सकते है.

ब्लॉग अभी यौवन अवस्था में पहुँचा है और कुल ढाई दशक पूरानी तकनीक है. मगर इन 25 सालों में बहुत कुछ बदला है और नए-नए टूल इजात किये गए तथा कितने ही पूराने टूल बदल गए या बंद हो गए है. इस पूरे घटनाक्रम को हमने Blog History Timeline में दिखाया है. जिसे पढ़कर आपको ब्लॉगिंग इंडस्ट्री में हुए उतार-चढ़ाव समझने में मदद मिलेगी.

Blog History Timeline

1994 – Swarthmore College के एक छात्र Justing Hall नें पहला “links.net” बनाया.

1997 – Jorn Barger द्वारा “Weblog” शब्द गढ़ा गया.

1998 – Hurricane Bonnie को कवर करने वाले Jonathan Dube ने पहली बार वेबलॉग पर किसी न्यूज साईट पर इस तरह स्टोरी कवर की.

1999 – Peter Mertholz ने शब्द “Weblog” को “Blog” किया. इसी साल तीन दोस्तों के स्टार्टाअप Pyra Labs ने ब्लॉगिंग टूल “BLOGGER” बनाया.
2002 – ब्लॉगिंग सर्च इंजन “Technorati” पेश किया गया

2003 – Pyra Labs ने BLOGGER को गूगल को बेच दिया. इसी साल WordPress का पहला संस्करण लॉच हुआ. और “Typepad” ब्लॉगिंग सेवा भी शुरु हुई.

2004 – Garfield ने पहला विडियो आधारित ब्लॉग शुरु किया. इसे पहला विलॉग्स समझा जाता है.

2005 – AOL द्वारा $25 मिलियन में Weblogcs, Inc को खरीदा गया

2006 – Technorati की रिपोर्ट के अनुसार 50 मिलियन ब्लॉग होने की बात कहीं गई. और Mashable Blog लॉच किया गया.

2007 – Tumblr शुरु हुई. और Tim ‘O’ Reilly द्वारा ब्लॉगर्स के लिए Code of Conduct बनाए गए.

2008 – Posterous लॉच हुई जिसके द्वारा ब्लॉगर्स शॉर्ट अपडेट्स दे सकते थे.

2011 – गूगल ने एक नई सेवा Google+ शुरु की.

स्रोत: स्टार्टब्लॉगिंगऑनलाईन डॉट कॉम


ब्लॉग के प्रकार – Types of Blog in Hindi?

ब्लॉग्स को कई वर्गों में बांटा जा सकता है. लेखन के आधार पर, प्रस्तुति के आधार पर, ब्लॉग़ तकनीक के आधर पर. इस प्रकार अन्य तरीके भी है जो ब्लॉग के विभिन्न प्रकार बता सकते है. मगर यहाँ पर हम ब्लॉग़ के सबसे अधिक प्रचलित 5 प्रकारों के बारे में बात करेंगे.

1. Personal Blogs
2. Group Blogs
3. Microblogs
4. Business Blogs
5. Aggregated Blogs
6. Personal Blogs

Personal Blogs

पर्सनल ब्लॉग एक ऑनलाईन डायरी है जो वेब पर प्रकाशित होती है. इस डायरी (ब्लॉग) में एक व्यक्ति, समूह या संगठन नही, अपने निजि विचार शेयर करता है. इसलिए इस प्रकार के ब्लॉग़ परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, दोस्तों, कार्यालय कर्मीयों के अलावा थोडे बहुत पाठकों को अपनी तरफ आकर्षित कर पाते है. मगर, आजकल पर्सनल ब्लॉगिंग़ पेशेवर तरीके से की जाने लगी है. इसलिए इस प्रकार के ब्लॉग भी खूब ट्रफिक आकर्षित कर रहे है और लोगों को पैसा कमाने का साधन भी जुटा रहे है.

जी हां. आप एक ब्लॉग से पैसे भी कमा सकते है. आजकल ब्लॉगिंग से पैसे कमाने का ट्रेंड चल रहा है (अधिक जानकारी के लिए गूगल करिए, “ब्लॉग/ब्लॉगिंग से पैसे कैसे कमाये”‌) और पेशेवर ब्लॉग़र फुल टाईम इनकम अपने पर्सनल ब्लॉग से कमाने में कामयाब हो रहे है.

Group Blogs

किसी ब्लॉग को एक से अधिक लोगों द्वारा लिखा जाता है तो ऐसे ब्लॉग ग्रुप ब्लॉग कहलाते है. ये ब्लॉग ज्यादा बडी संख्या में पाठकों को प्रभावित करते है और इनका ट्रैफिक भी पर्सनल ब्लॉग से बहुत ज्यादा होता है. साथ ही ये इंगेजमेंट भी ज्यादा अच्छे तरीके से करने में कामयाब हो पाते है. इस तरह के ब्लॉग एक से ज्यादा टॉपिक पर लिखे जाते है. एक ब्लॉगर सिर्फ एक टॉपिक पर अपने विचार व्यक्त करता है और अन्य ब्लॉगर अपने पसंद के अन्य टॉपिक्स पर अपने विचार व्यक्त करते है. इसका एक फायदा ये भी होता है कि ब्लॉग संभालने का काम बंट जाता है इसलिए सिर्फ एक ही व्यक्ति पर काम का दबाव नहीं रहता है.

Micro Blogs

आपने ट्विटर का नाम तो सुना ही होगा. और इसका इस्तेमाल भी करते होगें. ट्वीटर अपने युजर्स को केवल 140 कैरेक्टर्स लिखने की अनुमति देता है. इसे ही माइक्रोब्लॉग कहते है और माइक्रोब्लॉगिंग करने का कार्य माइक्रोब्लॉगिंग कहलाता है. ट्वीटर के अलावा फेसबुक, ट्म्बलर आदि प्लैटफॉर्म इस सेवा को मुहैया करा रहे है.

इसका उपयोग राजनेता, अभिनेता, लेखक, गायक आदि पेशेवर लोग अपने नए शॉ, किताबों, फिल्मों तथा अन्य अपडेट्स अपने फॉलोवर्स को बताने के लिए करते है. इससे फॉलोवर्स के साथ इनका जुडाव ज्यादा मजबुत बनता है. इसलिए सोशल मीडिया साईटों पर इन सेलेब्रिटीज के लाखों-करोडों की संख्या में फैन फॉलोविंग होती है.

सोशल मीडिया साईटों पर फॉलोवर्स की संख्या कामयाबी का स्टेटस समझा जाता है.

Business Blogs

सॉफ्टवेयर कंपनिया, निजि व्यापारी, गैर-सरकारी संगठन अपने कर्मचारियों को अपडेट देने के लिए ब्लॉग का उपयोग करते है. इस प्रकार का ब्लॉग केवल कर्मचारियों तक सीमित होता है और कोई अन्य व्यक्ति उसे नहीं पढ सकता है. इस प्रकार के ब्लॉग बिजनेस ब्लॉग कहलाते है. चुंकि इनका उपयोग एक कंपनी विशेष द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए होता है इसलिए इन्हे Corporate Blogs भी कहते है.

कंपनिया, सदस्यता क्ल्ब, ग्रुप्स, संगठन आदि नई सूचना, मीटिंग्स की जानकारी, बिजनेस रिपोर्ट आदि शेयर करने के लिए ब्लॉग्स का इस्तेमाल करती है. इस तरह अपडेट देने से कम समय मे अधिक कर्मचारियों तक सूचना पहुँच जाती है. इस प्रकार के ब्लॉग निजी ब्लॉग भी कहलाते है.

वहीं दूसरी तरफ कुछ बिजनेस नए ग्राहकों तक पहुचने के लिए भी ब्लॉग का इस्तेमाल कर रहे है. अपने प्रोडक्ट अथवा सेवा से संबंधित जानकारी ब्लॉग के माध्यम से शेयर करके नए संभावित ग्राहकों को वेबसाईट पर लाया जा रहा है. यह तरीका अन्य मार्केटिंग साधनों से ज्यादा सस्ता साबित हो रहा है. इसलिए इस प्रकार के ब्लॉग्स की संख्या दिनो-दिन बढ़ती ही जा रही है.

Aggregated Blogs

कुछ ब्लॉग अपनी पोस्ट में संबंधित अन्य ब्लॉग भी शामिल कर देते है. या फिर किसी टॉपिक, प्रोडक्ट, सेवा से जुडे हुए पोस्ट शेयर करते है. इस तरह पाठकों को एक ही जगह पर एक टॉपिक से जुडी हुई जानकारी प्राप्त हो जाती है. ऐसे ब्लॉग Aggregated Blogs कहलाते है.

खुद का ब्लॉग कैसे बनायें – How to Make a Blog in Hindi?

ब्लॉग बनाना अब मिनटों का काम हो गया है. आपको प्रोगामिंग सीखने, कम्प्युटर या लैपटॉप खरीदने तथा कॉलेज या फिर संस्था से ट्रैनिंग लेने की भी कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि ब्लॉग बनाने के लिए आपको इन सब चीजों की कोई जरूरत नहीं है आप ब्लॉगिंग टूल्स की सहायता से मिनटों में अपना ब्लॉग बनाकर पहली पोस्ट भी प्रकाशित कर सकते है.

ब्लॉग बनाने के लिए आपको निम्न चीजों की जरुरत पडने वाली है.

1. Domain Name
2. Hosting
3. SSL Certificate
4. Some Knowledge

Domain Name

यह आपके ब्लॉग का नाम होगा. यानि Technicalkishor.com एक डोमेन नेम है इसी तरह आपको भी एक अपने ब्लॉग के लिए एक डोमेन नेम खरीदना पडेगा. जिसे आप डोमेन रजिस्ट्रार से एक हजार रुपये से भी कम दाम में खरीद सकते है.

Hosting

इंटरनेट से जुडने के लिए हमें इंटरनेट कनेक्शन और कम्प्युटर की जरूरत पडती है जो 24 घंटे लाइव रह सके. ऐसा कम्प्युटर हमें वेब होस्टिंग कंपनियों द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है. जहां पर हमारा ब्लॉग कंटेट तथा अन्य आवश्यक टूल्स एवं सामग्री स्टोर रहती है.

होस्टिंग़ में हमें एक कम्प्युटर मिलता है जिसे सर्वर कहा जाता है. इस सर्वर पर हम ब्लॉगिंग़ टूल (जैसे वर्डप्रेस) इंस्टॉल करते है और डोमेन नेम तथा होस्टिंग को एक-दूसरे से कनेक्ट करते है. यह काम हो जाने के बाद हमारा ब्लॉग लगभग तैयार हो जाता है.  

SSL Certificate

ब्लॉग़िंग के शुरुआती दिनों में इसकी जरूरत नहीं थी. मगर, इसके बढ़ते प्रभाव और वाणिज्यीकरण के कारण इसका प्रयोग गैर-कानूनी तरीके से पैसे कमाने तथा युजर्स की पर्सनल जानकारी चुराने के लिए होने लगा. ई-कॉमर्स के कारण ये घटनाएं बढ़ने की ज्यादा संभावना थी. इसलिए सभी साईटों को SSL Certificate इंस्टॉल करना अनिवार्य से हो गया. यदि आप भी ब्लॉग बनाना चाहते है तो डोमेन नेम और होस्टिंग के साथ Secure Sockets Layer Certificate जरूर इंस्टॉल करें.

यदि आपके पास ये तीन चीजें हैं तो आप थोडें से इंटरनेट और कम्प्युटर ज्ञान तथा कॉमन सेंस का इस्तेमाल करके ब्लॉग शुरु कर सकते है. आप फ्री ब्लॉग कैसे बनाये गाईड को पढकर इस बारे में और अधिक जानकारी लें सकते है. इस गाईड में हमने फ्री ब्लॉग़ बनाना बताया है.

पढ़िए – फ्री में ब्लॉग़ बनाने का तरीका

ब्लॉग़ के फायदें – Advantages of Blog in Hindi?

ब्लॉग अब ऑनलाईन डायरी मात्र नहीं रह गया है कि बस आप इसके द्वारा अपने विचार ही ऑनलाइन व्यक्त कर सकते है. इसे लोग कैरियर अवसर के रुप में देख रहे है और सैंकडों लोग ब्लॉग बनाकर एक उच्च लाईफ स्टाईल का प्रबंधन करने में कामयाब हो गए है. इसलिए ब्लॉग के अनेक फायदें है जिनके बारे में नीचे बताया जा रहा है.

अभिव्यक्ति की आजादी – आप ब्लॉग के माध्यम से खुद के व्यक्तिगत विचार किसी भी टॉपिक पर व्यक्त कर सकते है. आपको कोई रोकने वाला नहीं है. ना ही आपके ऊपर किसी का नियंत्रण है कि आप सिर्फ इन मापदण्डों को ध्यान में रखकर लिखें. क्योंकि यहां कोई संपादक आपको ऑर्डर नहीं देने वाला है. इसलिए ब्लॉग का सहारा लेकर सामान्य लोगों के अलावा जर्नलिस्ट, राजनेता, सोशल एक्टिविस्ट, स्टुडेंट्स अपनी बातें शेयर कर रहे है. जिन बातों को आप अखबार, पत्रिका, न्यूज साईट पर नहीं लिख सकते है उन बातों की आप यहाँ खुलकर अभिव्यक्ति कर सकते है.

पैसा कमाने का साधन – ब्लॉग पैसा कमाने का नया साधन बन गया है. जैसा हमने ऊपर बताया कि सैंकडों-हजारों लोग अपनी आजिवीका के लिए ब्लॉगिंग कर रहे है. यह बिल्कुल सच है. क्योंकि ब्लॉगिंग में पैसा बनाने की अपार क्षमता है. बस इसे सही तरह और सही दिशा में इस्तेमाल करने वाला ब्लॉगर चाहिए.

कॉलेज छात्र पार्ट टाईम ब्लॉगिंग के माध्यम से अपनी कॉलेज की फीस का इंतजाम कर रहे है, ऑफिस में काम करने वाले कामगार इसके जरिए अतिरिक्त पैसा कमा रहे है. फोटोग्राफर, ग्राफिक डिजाइनर, गायक, नृतक, वेब डिजाइनर आदि पेशेवर लोग अपना कौशल बांट रहे है. कार्पोरेट्स के साथ एफिलियेट करके कमीशन कमा रहे है.

लोकप्रियता – इंटरनेट रातों-रात सेलिब्रिटी बनने का टूल भी साबित हो सकता है. आप एक ही दिन में लाखों-करोडों लोगों तक अपनी बात पहुँचाकर उन्हे प्रभावित कर सकते है और खुद की लोकप्रियता बढा सकते है. हजारों लोग ब्लॉग लिखकर इंटरनेट सेलिब्रिटी बन गए है और बन रहे है. अमित अग्रवाल (lablon.org), हर्ष अग्रवाल (shoutmeloud.com), जुमेदिन खान (supportmeindia.com हिंदी ब्लॉगर) ना जाने ऐसे कितने चेहरे है जो आज अपने ब्लॉग के कारण देशभर में लोकप्रिय हो पाए. अंग्रेजी ब्लॉगर तो अंतरराष्ट्रीय स्तर तक लोकप्रियता का ग्राफ ले गए है.

लेखन में निखार – यदि आप लेखक बनने की सोच रहे है तो आज ही ब्लॉगिंग शुरु कर दीजिए क्योंकि इससे बढ़िया गुरु आपको नहीं मिल सकता है. ब्लॉगिंग में आपके लेखन के आधार पर ही आपके पाठक जुडते है. इसलिए आप खुद अनुमान लगा सकते है कि किस प्रकार का लेखन पाठकों को पसंद आता है और किन तरीकों से इन्हे जोडा जा सकता है. यदि पाठक आपसे जुडाव महसूस कर रहे है तो इसका मतलब आप अपने लेखन से उनकी समस्या का समाधान कर सकते है. इसलिए लेखन का व्यावहारिक प्रशिक्षण हाथों हाथ मिलता रहता है.

पर्सनल ब्रांड बनाने का तरीका – आपके अंदर कोई हुनर है और आपकी पहचान इस हुनर से हो तो आप ब्लॉगिंग को अपना माध्यम चुन सकते है. क्योंकि इंटरनेट की पहुँच लाखों करोडों लोगों तक है. इसलिए आप कम समय में ज्यादा लोगों तक पहुँच पाते है. यहाँ पर अपने कौशल को लोगों को सीखा सकते है, अपने नए कामों के बारे में जानकारी दे सकते है.

दूसरों की मदद करना – ब्लॉग के द्वारा आप लोगों की मदद भी कर सकते है. कैसे? हम बताते है. जरा सोचिए आपका दोस्त नेपाल घूमने की योजना बना रहा है आपसे पूछ रहा है कि नेपाल कैसा देश है? वहां का मौसम, लोग, वेशभूषा, खाना, भाषा, संस्कृति आदि के बारे में आपने उसे इंटरनेट के माध्यम से अवगत करा दिया. आप इसे क्या कहेंगे? हुई ना मदद. तो लोग इसी प्रकार अपना हुनर बांटकर लोगों का जीवन आसान कर रहे है.

नॉलेज प्राप्त करने के लिए – ब्लॉग लिखने के लिए आपको विषय की गहराई में जाना पड़ता है और शोध करते समय आप नए-नए आयामों से एक टॉपिक पर सोच पाते है. क्योंकि अलग-अलग लोगों की भिन्न अभिव्यक्ति पढ़ने को मिलती है. इसलिए किसी विषय में विषेशज्ञ बनना चाहते है तो ब्लॉगिंग से आप ये जरूर बन सकते है.

ब्लॉग से जुडे हुए कुछ अन्य शब्दों के अर्थ

Blog – ब्लॉग शब्द का अब तक संज्ञा के रूप में वर्णन हो रहा था. मगर ब्लॉग शब्द एक क्रिया भी है. जिसका अर्थ होता है ब्लॉग लिखना अथवा नया कंटेट जोडना. जिसे आप गूगल डिक्शनरी ने इस प्रकार परिभाषित किया है,

“add new material to or regularly update a blog.”

Blogging – ब्लॉग करने की प्रक्रिया ब्लॉगिंग (blogging in hindi) कहलाती है. यानि नई पोस्ट लिखना, अपडेट करना, होस्टिंग खरीदना, डोमेन नेम खरीदना, थीम इंस्टॉल करना आदि काम सब ब्लॉगिंग़ में ही गिने जाते है.

Blogger – जो व्यक्ति ब्लॉग लिखता है उसे ब्लॉगर कहते है. यहाँ पर ब्लॉग़र गूगल टूल से अलग है.

Traffic – ब्लॉग़ को जितने लोगों द्वारा पढा जाता है उसे ब्लॉग़ का टैफिक कहते है. इस ट्रैफिक में ब्लॉग को एक बार भी विजिट करना गिना जाता है.

Blog Post – अपने अनुभव, विचार, जानकारी जिस प्रारुप में लिखि जाती है उसे ब्लॉग़ पोस्ट कहते है. ये जानकारी नियमित अंतराल पर अपडेट होती रहती है.

Blog Page – ब्लॉग पेज भी ब्लॉग पोस्ट की तरह ही होता है. मगर इसका कंटेट नियमित अपडेट होने वाला नही रहता है. एक पोस्ट और पेज में यहीं आधारभूत अंतर होता है.

WordPress – यह एक ब्लॉगर.कॉम जैसा ऑपन सॉर्स ब्लॉगिंग टूल है जिसके द्वारा ब्लॉग बनाए जाते है.

Best Blogging Platforms

ब्लॉग बनाने के लिए आजकल कई ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म्स उपलब्ध है जिनके द्वारा आप एक शानदार और गुड लुकिंग ब्लॉग मिनटों में बना सकते है. हम यहाँ सभी ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म्स के बारे में तो नहीं बता रहे है मगर कुछ लोकप्रिय ब्लॉगिंग टूल्स की जानकारी दे रहे है. जिनकी मदद से आप भी एक ब्लॉग सेटअप आसानी से कर सकते है.


1. Blogger
2. WordPress
3. Wix
4. Meduim
5. Tumblr
6. Squarespace
7. Weebly
8. Ghost
9. LiveJournal
10. Typepad
11. Quora

Blogger.com

Blogger, गूगल का एक मुफ्त ब्लॉगिंग टूल है जिसकी सहायता से आप 0 रुपया निवेश करके अपना ब्लॉग़ शुरु कर सकते है. इस टूल के द्वारा आपको सिर्फ डोमेन नेम के लिए पैसा खर्च करना पडता है (अगर आप कस्टम डोमेन इस्तेमाल करेंग केवल तब). बाकि होस्टिंग़, एसएसएल आदि के लिए एक भी रुपया खर्च नहीं करना है. इसके साथ ही ब्लॉग़र ब्लॉग़ को आप आसानी से एडसेंस से मॉनिटाईज भी करवा सकते है. मगर कस्टमाईजेशन में आपको थोडा एडजस्ट करके चलना पडता है.

WordPress

वर्डप्रेस भी ब्लॉग़र की तरफ एक मुफ्त ब्लॉगिंग़ टूल है जिसके द्वारा आप पूर्ण नियंत्रण वाला ब्लॉग मिनटों में बना सकते है. जी हां. इस प्लैटफॉर्म के जरिए आप 100 प्रतिशत आपके अनुसार काम करने वाला ब्लॉग तैयार कर सकते है. पर्सनल ब्लॉग से लेकर कॉर्पोरेट्स भी इस टूल का इस्तेमाल करके अपनी बिजनेस वेबसाईटे लॉच कर रहे है.

वर्डप्रेस आज एक तिहाई वेबसाईटों का इंजन है. इसके द्वारा आप फुल कस्टमाईजेशन सुविधा के साथ मुफ्त थीम्स भी प्राप्त कर सकते है. और अतिरिक्त फीचर जोडने के लिए प्लगइन काम में ले सकते है.

मगर, इस प्लैटफॉर्म पर ब्लॉग बनाने के लिए आपको डोमेन नेम के साथ होस्टिंग खर्चा, एसएसएल सर्टिफिकेट, थीम्स & प्लगइंस (यदि पैड वर्जन है तब) आदि के लिए पैसा खर्च करना पडता है.

वर्डप्रेस के दो संस्करण है. एक WordPress.org और दूसरा WordPress.com. हमने यहाँ पहले वाले यानि WordPress.org की बात की है. यह बिल्कुल मुफ्त है मगर दूसरा वाला प्रिमियम संस्करण है जिसके लिए आपको शुल्क देना पडेगा.  

Wix

यदि आप तकनीक के काम जानकार है और बढिया डिजाइन वाला ब्लॉग बनाना चाहते है तो तो विक्स (wix.com) आपकी मदद कर सकता है. विक्स के साईट बिल्डर की सहायता से आप बिना कोडिंग़ के एक पर्सनल ब्लॉग, बिजनेस वेबसाईट, ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म आदि डिजाइन कर सकते है. मगर इस टूल के साथ दिक्कत सिर्फ पैसे की आती है आप कस्टम डोमेन तो लगा सकते है. लेकिन, इसके लिए आपको हर महिने कुछ शुल्क अदा करना पडेगा. तभी आप गूगल एनालिटिक्स कोड लगा सकते है, विक्स ब्रैडिंग लॉगो हटा सकते है.

Medium

अगर आप सिर्फ अपने विचार लोगों तक पहुँचाना चाहते है तो मीडियम (medium.com)आपके लिए परफेक्ट चॉइस होगी. क्योंकि आपको कुछ भी सेट करने की जरूरत नहीं है. बस मीडियम अकाउंट बना कर ब्लॉगिंग शुरु कर सकते है.

Tumblr

टम्बलर भी एक अन्य लोकप्रिय ब्लॉगिंग, माइक्रोब्लॉगिंग तथा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म है. जिसके द्वारा आप खुद का ब्लॉग बना सकते है. मगर, इसके ऊपर आपको पूर्ण नियत्रंण नहीं मिलता.

Squarespace

Squarespace भी एक और साईट बिल्डिंग टूल है जिसके द्वारा आप कोडिंग जाने बगैर ब्लॉग बना सकते है और उसे उपलब्ध थीम्स को कस्टमाइज करके अपने अनुसार सजा भी सकते है. इस प्लैटफॉर्म पर आप ई-कॉमर्स स्टोरफ्रंट भी शुरु कर सकते है.

Weebly

Weebly.com भी विक्स के जैसा वेबसाईट बिल्डर टूल है जिसकी सहायता से आप खुद का फ्री ब्लॉग (weebly Suddomain) बना सकते है. मगर डोमेन नेम जोडने के लिए आपको प्रिमियम प्लान खरीदना पडेगा. तभी आप कस्टम डोमेन एड कर पायेंग़े.

Ghost

यदि आपके पास अतिरिक्त पैसा है और प्रिमियम सर्विस का अतिरिक्त बजट झेल सकते है तब घोस्ट आपके लिए ही है. नहीं तो आप वर्डप्रेस पर टिके रहे और उसी का उपयोग करें क्योंकि यह भी वर्डप्रेस जैसी ही एक सेवा है. जिसे आप अपने सर्वर पर इन्स्टॉल करके साईट बना सकते है.

लेकिन. इसकी दिक्कत यह है कि यह सिर्फ VPN Hosting पर ही काम करती है. इसके नीचे इसे इंस्टॉल करना पांव पर छूरी गिराने जैसा अनुभव है.

LiveJournal

लाईव जर्नल एक ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म तथा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म का मिश्रण है. जिसके द्वारा आप सामान्य फीचर वाला ब्लॉग़ बनाकर अपने जैसे और लोगों से जुड सकते है, उन्हे प्राईवेट मैसेज भेज सकते है, अपनी कम्युनीटि बना सकते है. यदि आप इमेज अपलोड करना चाहते या फिर कुछ अतिरिक्त फीचर जोडना चाहते है तो जेब खाली करने के लिए तैयार रहे.

TypePad

TypePad भी वर्डप्रस के सेल्फ होस्टेट वर्जन तथा घोस्ट की तरफ एक शुद्ध ब्लॉग़िंग प्लैटफॉर्म है. जिसके द्वारा आप खुद का ब्लॉग शुरु कर सकते है. मगर इसके लिए आपको शुरू से ही पैसा देना पडेगा क्योंकि यह खैरात नहीं बांटते मतलब मुफ्त प्लान नहीं है.

Quora Blog

आपने सही पढ़ा. आप Quora.com पर भी ब्लॉग बना सकते है. वैसे तो कोरा एक सवाल-जवाब वेबसाईट है. मगर कोरा पर भी खुद का ब्लॉग़ बनाया जा सकता है. जो blogname.quora.com कुछ इस प्रकार नजर आएगा. और अधिकतर फ्री ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म्स फ्री प्लान में सब-डोमेन ही ऑफर करते है.

Social Media Platforms

आप सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर भी ब्लॉगिंग कर सकते है. ट्वीटर माइक्रोब्लॉगिंग के लिए जानामाना नाम है. फेसबुक, लिन्क्डइन आदि के द्वारा भी अपने विचार लोगों तक व्यक्त किये जा सकते है. और इन प्लैटफॉर्म्स की खास बात यह है आपको एक भी रुपया खर्च नहीं करना है. मगर, आप सोशल मीडिया कंटेट को मॉनिटाईन नहीं करवा सकते है और इसका नियत्रंण भी आपके हाथ में नहीं होता. इसलिए सिर्फ लोगों से जुडने के मकसद से ही यहाँ ब्लॉगिंग शुरु करें. अन्यथा समय बेकार ना ही करें तो बेहतर है.

आपने क्या सीखा?

इस लेख में हमने आपको ब्लॉग के बारे में पूरी जानकारी दी है. आपने जाना कि ब्लॉग क्या है. ब्लॉग कैसे बनाते है? ब्लॉग का इतिहास और प्रकार. साथ ही आपने जाना कि ब्लॉग़ बनाने के लिए बेस्ट ब्लॉगिंग़ प्लैटफॉर्म्स कौनसे है. हमें उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं. यदि आपको यह ब्लॉग कहाँ हैं?Where are the blogs?  हिंदी में पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Pinterest और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.
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