जानिए SEO कितने प्रकार होते है

 SEO मूल रूप से दो प्रकार के होते हैं (1) पेज seo पर और (2) off page seo


1- पेज एसईओ पर


पेज पर एसईओ के जरिये हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के अंदर ही कुछ ऐसे जरुरी बदलाव करते हैं जिससे हमारा ब्लॉग का आर्टिकल या वेबसाइट गूगल के फर्स्ट पेज के फर्स्ट पोजिशन पर आ जाए। अब आपको बताते हैं कि कौन-कौन से फैक्टर होते हैं जो हमे अपनी वेबसाइट के अंदर करने पड़ते हैं इसलिए हमारी वेबसाइट एसईओ के मुताबिक है।


ऐसे तो Google ने लगभग 200 फैक्टर का उल्लेख किया है जिनको फॉलो द्वारा आप अपनी वेबसाइट को Google के टॉप पर ला सकते हैं। वहाँ आज हम आपको कुछ बहुत महत्वपूर्ण और मौलिक के फैक्टर बताएंगे जिसका प्रयोग आप अपनी वेबसाइट और ब्लॉग के लिए कर सकते है।


कीवर्ड


कीवर्ड वे शब्द होते हैं जिनका इस्तेमाल करके लोग Google पर अपने सवाल को सर्च करते हैं जैसे कोई Google पर सर्च करता है कि, एससीओ क्या होता है तो ये एक कीवर्ड होता है। जिसको खोजने के बाद हमारे सामने इस सवाल से रिलेटिड काफी संख्या खुल जाती है। अब इस कीवर्ड का प्रयोग जो भी वेबसाइट के मालिक ने अपनी वेबसाइट पर अच्छा से किया होगा तो उसकी वेबसाइट Google के टॉप पर आएगी।


पेज पर एसईओ में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है प्रॉपर कीवर्ड रिसर्च और फिर पोस्ट में सही जगह पर कीवर्ड का इस्तेमाल करना। पृष्ठ पर एसईओ में हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग की लोडिंग गति को कम करने का प्रयास करते हैं। इसके लिए हम पोस्ट पर इस्तेमाल होने वाली छवियों को संपीड़ित करते हैं और सिर्फ जरुरी प्लगइन का ही इस्तेमाल करते हैं, इसके साथ ही अपने वर्डप्रेस ब्लॉग से सभी खराब पड़ी फ़ाइलों को हटाने कर सकते हैं। हमारे ब्लॉग की लोडिंग की गति जितनी कम होगी, उतने ज्यादा होंगे Google के फर्स्ट पेज पर बैनर होने के।


शीर्षक टैग या मेटा विवरण


हमे अपने ब्लॉग पोस्ट के शीर्षक और मिले डिस्क्रिप्शन में मुख्य कीवर्ड का इस्तेमाल करना होता है। टाइटल और मेट डिस्क्रिप्शन मै कीवर्ड्स करने करने के साथ-साथ उसे कैसी भी बनाये तो लोग जब उसे भी गूगल की लिस्ट पर देखते हैं तो उस पर क्लिक करें।


वहाँ पोस्ट का url हमेशा छोटा रखें और अपने पोस्ट के मुख्य कीवर्ड का उपयोग पोस्ट के URL में ज़रूर करें। इससे भी आपके पोस्ट को Google मे ग्रेड होने मे काफी हेल्प मिलती है या ये कह सकते हैं ये भी SEO का एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है।


2- ऑफ पेज SEO


एसईओ का दूसरा प्रकार होता है ऑफ पेज एसईओ जिसमें आप अपने ब्लॉग को आउटसाइड तरीके से प्रमोट करते हैं। मतलब आप अपने ब्लॉग के अंदर कुछ नहीं करते हो बल्कि अपने ब्लॉग के नंबर को बाकि ब्लॉग पर प्लेस करने का प्रयास करते हो और वो ऐसे ब्लॉग पर जो आपके टॉपिक से रिलेटेड होते हैं और उनकी वैल्यू गूगल पर काफी अच्छी होती है। इस प्रक्रिया को हम सामान्य रूप से बैकलिंक कहते हैं। बैकलिंक भी पृष्ठ पर एसईओ के बराबर ही महत्वपूर्ण होता है आपके ब्लॉग पोस्ट को Google पर फर्स्ट पेज पर रैंकिंग प्रदान के लिए।

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